भारत का डायमंड उद्योग दुनिया के सबसे बड़े उद्योगों में से एक है, और गुजरात इसके केंद्र में है। यह उद्योग न केवल भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती देता है बल्कि लाखों लोगों को रोजगार भी प्रदान करता है। ऐसे में, सूरत के "Diamond King," सवजी ढोलकिया का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। सवजी ढोलकिया ने अपने कर्मचारियों के लिए ऐसे अनोखे कदम उठाए हैं जो शायद ही किसी और उद्योगपति ने किए हों। उन्होंने अपने कर्मचारियों को बोनस में कारें और फ्लैट दिए, और उनके बेटे की शादी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ख़ास मेहमान के तौर पर शामिल हुए। इस लेख में हम उनके जीवन, उनके योगदान और उनके प्रभावशाली सफर पर विस्तार से नज़र डालेंगे।
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कौन हैं India के Diamond King?
सवजी ढोलकिया, जिन्हें "India के Diamond King" के नाम से जाना जाता है, सूरत के एक साधारण परिवार से आते हैं। उनका जन्म एक सामान्य किसान परिवार में हुआ था और उन्होंने बहुत छोटी उम्र में ही डायमंड पॉलिशिंग का काम शुरू कर दिया था। धीरे-धीरे उन्होंने इस व्यवसाय को सीखा और अपने संकल्प और मेहनत से 'हरि कृष्णा एक्सपोर्ट्स' नामक अपनी खुद की कंपनी खड़ी की।
उनके इस सफर में एक महत्वपूर्ण पहलू उनकी कार्य नैतिकता और मानवीय दृष्टिकोण रहा है। वे मानते हैं कि एक अच्छा उद्यमी वह है जो अपने कर्मचारियों के कल्याण का ध्यान रखे। सवजी ढोलकिया ने अपने जीवन में ईमानदारी, मेहनत और परिश्रम को सबसे ऊपर रखा है, और यह उनके काम में साफ दिखाई देता है।
कर्मचारियों को दिए थे Car और Flat Bonus में
सवजी ढोलकिया ने अपनी कंपनी के कर्मचारियों के लिए ऐसी बोनस स्कीम्स शुरू कीं जो भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में चर्चा का विषय बनीं। हर साल दिवाली के अवसर पर वे अपने कर्मचारियों को बड़े उपहार देते हैं। 2014 में उन्होंने 1,200 कर्मचारियों को बोनस में कार, फ्लैट और ज्वैलरी दी थी। यह न केवल उनके कर्मचारियों के लिए एक यादगार अवसर था बल्कि भारत में एक नये ट्रेंड की शुरुआत भी थी।
उनके इस उदार कदम ने कई कर्मचारियों की जिंदगी बदल दी। इन कर्मचारियों की कहानियाँ उन तक पहुँचती हैं जो आज भी आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहे हैं। ऐसे कई कर्मचारी थे जिन्होंने पहली बार अपने नाम से कार खरीदी या घर बनाया, और यह सब सवजी ढोलकिया की उदारता के कारण संभव हुआ। उन्होंने अपने कर्मचारियों को सिर्फ नौकरी ही नहीं, बल्कि एक बेहतर जिंदगी भी दी।
बेटे की शादी में PM Modi की उपस्थिति
सवजी ढोलकिया के बेटे की शादी एक भव्य आयोजन था, जिसमें देशभर के कई प्रमुख लोग शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस शादी में ख़ास मेहमान के रूप में शामिल हुए, जिससे यह शादी और भी खास बन गई। पीएम मोदी और सवजी ढोलकिया के संबंध लंबे समय से रहे हैं, जो इस शादी में उनकी उपस्थिति से और भी प्रगाढ़ हुए।
इस शादी का मीडिया में व्यापक कवरेज हुआ और यह पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया। इस शादी में पीएम मोदी की उपस्थिति ने सवजी ढोलकिया की प्रतिष्ठा को और बढ़ाया। यह एक ऐसा मौका था जिसने दर्शाया कि सवजी न केवल एक सफल उद्योगपति हैं बल्कि सामाजिक और राजनैतिक हलकों में भी उनका विशेष स्थान है।
डायमंड उद्योग में उनकी भूमिका
गुजरात और भारत के डायमंड उद्योग में सवजी ढोलकिया का योगदान किसी से छुपा नहीं है। हरि कृष्णा एक्सपोर्ट्स, जिसे उन्होंने खड़ा किया, आज विश्व के प्रमुख डायमंड निर्यातकों में से एक है और विश्वभर में डायमंड उद्योग में भारतीय प्रतिष्ठा को बढ़ावा दिया है। उनके द्वारा अपनाए गए अनोखे तरीके, कर्मचारियों को दिए गए सम्मान और उनकी उदारता के कारण उन्हें भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में सराहा जाता है।
उनके उद्यमी सफर में यह स्पष्ट झलकता है कि उनका व्यवसाय सिर्फ लाभ अर्जित करने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका एक बड़ा उद्देश्य उन लोगों की भलाई करना है जो उनकी सफलता में भागीदार हैं। उनकी सोच और कार्यशैली हर व्यवसायी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। सवजी ढोलकिया का मानना है कि एक उद्यमी तभी सफल है जब वह अपने कर्मचारियों की आवश्यकताओं और खुशहाली का ध्यान रखता है, क्योंकि किसी भी कंपनी की असली ताकत उसके कर्मचारी होते हैं।
सवजी ढोलकिया के अनोखे सफर की कहानी से हम सीखते हैं कि इंसानियत, उदारता और मेहनत के बलबूते पर किसी भी क्षेत्र में सफलता पाई जा सकती है। उनका उदाहरण हमें यह दिखाता है कि यदि आप अपने प्रयासों में ईमानदार हैं और अपने कर्मचारियों का ख्याल रखते हैं, तो सफलता आपके कदम चूमेगी। सवजी ढोलकिया को सच्चे अर्थों में "India के Diamond King" का खिताब दिया जा सकता है, और उनकी कहानी हमें प्रेरित करती है कि कोई भी साधारण शुरुआत से असाधारण ऊँचाइयों तक पहुँच सकता है।